उत्तराखंड की लाखों एकड़ उपजाऊ जमीन जंगली जानवरों और बंदरों की वजह से बंजर पड़ी है जिससे प्रदेश और इसके वासियों को हर वर्ष ना जाने कितने अरब रुपयों का नुक्सान उठाना पड़ रहा है।
हिमालय क्षेत्र में चीड़ वृक्षों की भरमार है, इसकी पत्तियां लम्बी, पतली और नुकीली होती हैं जिसे उत्तराखंड में “पिरूल ” कहते हैं और अंग्रेजी में पिरूल को “पाइन नीडल्स” के नाम से जाना जाता है।
Our NGO “ Himalayan National Movement” has been formed for this purpose only so that modern techniques may be sourced to the village areas with twin objective of employment and income generation in rural India.